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द गर्ल इन रूम 105

प्रस्तावना

ऑन बोर्ड इंडिगो साइट 65766 एक्वायडी डीईएल

घोषणा की।

'सर, पसीज अपनी मीटस्ट सीजिए लाइट बटेट ने इस बार नली मुझे याद दिलाया। वो मेरी

तरफ कुछ ऐसे देख रही थी मानो में उन कम मुसाफिरों में से हूं, जिन्हें सीधे-सरत निर्देशों का पालन करन

भी नहीं आता

'गोरी गोरी, मैने कहा। लेकिन वेल्ट का छोर मिले तो सही नींद की कमी से मेरा सिर चकरा रहा था।

बाध लीजिए। हम हवा में असंतुलन की स्थिति से गुजर रहे हैं, फ़्लाइट अटेंडेंट ने मेरी आये बंद थीं। मैंने वेस्ट इंडने की कोशिश की, लेकिन मिली नहीं।

मैं दिल्ली लौट रहा था।

नींद भरी हुई थी।

मैंने पूरा दिन हैदराबाद में एक एजुकेशनल में बिताया था और अब आधी रात की आम्ररी फ़्लाइट मइट से गुम हो गया। 'आप बल पर ही बैठे हुए है, मेरे पास बैठे जन ने कहा "ओह, स्टुपिड मी 'मैंने कहा और आखिरकार अपनी बेल्ट को लॉक किया। लेकिन मेरी आंखों में अब भी

'द साइट है ना?' उसने कहा। 'वो तो जाहिर है, मैंने कहा 'मुझे भी एक कॉफी नाहिए

'वा में असंतुलन की स्थिति के कारण अभी कोई सर्विस उपलब्ध नहीं है, उसने कहा आप किसी इवेंट में

जा रहे हैं?"

"जा नहीं रहा, इवेंट से आ रहा है. मैंने कहा मुझे थोड़ी हर भी हुई कि माता इसे कैसे पता चला।

सारी, मैंने आपका बोर्डिंग पास देखा। चेतन भगत लेखक

'अभी तो मैं किसी भूत के जैसा दिखाई दे रहा है।"

वह हंस पड़ा 'हाय में केशव हूँ. केशवराजपुरोहिता

हमने हाथ मिलाया।

हम बादलों के बीच से गुजर रहे थे, जो अभी नाराज थे। शायद उन्हें यह पसंद नहीं था कि मेटल का बना यह हवाई जहा उन्हें इस तरह से डिस्टर्ब करे हवाई जहाज पलभर को ऐसे दो जैसे किसी दिने में कोई स्टीव ने कहा

हिलता है। मैंने आर्मरेस्ट्स को पकड़ लिया। लेकिन धरती से 38 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थायित्व हामिल करने की वो कोशिश बेकार ही थी।

मैं सेहरी सांस ली और सिर हिला दिया। जिन्दी ठीक हो जाएगा, मैंने अपने आपसे 'कितना अजीब है ना हम मेटल के इस बड़े में डिब्बे के अंदर है और आकाश में तैर रहे हैं। मौसम पर कहा। हमारा कोई ज़ोर नहीं हवा का एक जोरदार झोका भी इस उड़नखटोले की खटिया बड़ी कर सकता है, उसने

शांत आवाज में कहा।

यह सुनकर मुझे बहुत राहत मिली, केशव, मैने कहा।

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1 Comments

madhura

17-Jun-2023 06:39 AM

nice

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